दसवां राष्ट्रीय हाथकरघा दिवस 7 अगस्त को कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री श्री जायसवाल ने दी शुभकामनाएं

 हाथकरघा बुनकरों की कला को सम्मानित करने एवं हाथकरघा उद्योग को और अधिक समृद्ध बनाने के उद्देश्य से हर साल 7 अगस्त को राष्ट्रीय हाथकरघा दिवस मनाया जाता है। इसी श्रृंखला में इस वर्ष भी 7 से 9 अगस्त तक दसवां राष्ट्रीय हाथकरघा दिवस का आयोजन गौहर महल, भोपल में किया जा रहा हैं। इसमें प्रदेश के हाथकरघा एवं हस्तशिल्प उत्पादों का प्रदर्शन, बुनकरों का सम्मान एवं बुनाईकला को प्रदर्शित करने के लिये फैशन शो एवं सांस्कृतिक कार्यकम होंगे। राष्ट्रीय हाथकरघा दिवस के अवसर पर कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दिलीप जायसवाल ने प्रदेश के सभी बुनकरों व हाथकरघा बंधुओं को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा है कि हाथकरघा से बने वस्त्रों की बात ही अलग होती है। हम सबको हाथकरघा से निर्मित स्वदेशी वस्त्रों का अधिकाधिक उपयोग करना चाहिए। इससे बुनकरों को लाभ होगा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को और मजबूती मिलेगी।

उल्लेखनीय है कि हाथकरघा संचालनालय एवं संत रविदास म.प्र. हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम द्वारा प्रदेश के हाथकरघा क्लस्टर चंदेरी, महेश्वर, ग्वालियर, सारंगपुर, सीधी, रीवा, मंदसौर, वारासिवनी, सीहोर, मंडला एवं डिण्डोरी में भी दसवें राष्ट्रीय हाथकरघा दिवस पर आयोजन किये जा रहे हैं।

राष्ट्रीय हाथकरघा दिवस के अवसर पर पारम्परिक हाथकरघा क्लस्टर चंदेरी, महेश्वर, सारंगपुर मंदसौर, सौंसर, सीधी, वारासिवनी, सागर के बुनकरों को सम्मानित किया जायेगा। चंदेरी, महेश्वर, सौसर एवं वारासिवनी क्लस्टर में उत्पादित मलबरी एवं टसर सिल्क की साड़ियों, होम फर्नीशिंग सारंगपुर पड़ाना एवं मंदसौर क्लस्टर की चादरों के न्यू कलेक्शन का प्रदर्शन भी किया जा रहा हैं।

रक्षाबंधन के शुभ अवसर पर प्रदेश के हाथकरघा बुनकरों एवं हस्तशिल्पियों द्वारा उत्पादित सामग्री के विक्रय को प्रोत्साहित करने के लिये निगम द्वारा 8 से 19 अगस्त तक भोपाल के गौहर महल में सावन मेले का आयोजन किया गया है। इस प्लेटफार्म से प्रदेश के बुनकरों एवं हस्तशिल्पियों को उनके द्वारा निर्मित सामग्री के विपणन एवं विक्रय के समुचित अवसर मिलेंगे।

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