सम्राट अंकित कुशवाहा
मंडीदीप औद्योगिक क्षैत्र में नए कारखाने खोलने के लिए जगह की कमी सालों से बनी हुई है लेकिन फैक्ट्री के स्थान पर अगर शराब दुकान खोल ली जाए तो शायद शासन, जिला प्रशासन, को कोई फर्क नही पड़ता जबकी भूमी आवंटन का काम करने वाली संस्था एकेवीएन की स्वीकृति के बगैर औधोगिक क्षैत्र में पत्ता भी नही हिलता फिर चार साल से उस स्थान पर देसी शराब दुकान संचालित क्यो हो रही है, यह प्रश्न नगर वासियों द्वारा बारबार जिम्मेदारों से पूछा जा रहा है।प्राप्त जानकारी के अनुसार सतलापुर की देसी शराब दुकान चार साल से फ़ैक्ट्री के बीच चल रही है अब ठेकेदार बदल गया तो पुराने शराब ठेकेदार ने अपना स्ट्रेक्चर निकाल लिया अब नवीन शराब ठेकेदार वही से मदिरा बेंच रहा है साथ ही लंबा चौड़ा स्ट्रेक्चर का निर्माण किया जा रहा है यह कार्य
एकेवीएन के स्थानीय नुमाइंदों के सहयोग के बिना संभव नही है। इस सम्बंध में औधोगिक केंद्र विकास निगम के उप यंत्री दिनेश चौधरी से बात की तो उन्होंने बताया की में नया नया आया हूं इस सम्बंध में जानकारी नही है जब उन्हें बताया गया की यह दुकान सतलापुर मार्ग पर पीएनजी के सामने चलाई जा रही है। इस बात पर एकेवीएन के जिम्मेदार चुप्पी साध बैठे, उधोगपति नीरज जैन ने बताया की इंडस्ट्रियल क्षैत्र में शराब दुकान का हम उधमी विरोध करते है प्रशासन को इस पर तुरन्त रोक लगाना चाहिए। मालूम हो की यह देसी शराब दुकान सतलापुर के लिए नीलाम हुई है फिर औद्योगिक क्षैत्र में क्यो संचालित की जा रही है इसका जवाब न प्रशासन के पास है और न आबकारी विभाग के पास। बताया जा रहा है की एकेवीएन व आबकारी अधिकारियों की मिलीभगत से चलना बताया जा रहा है।
इनका कहना है
इस बारे में मुझे आपसे जानकारी प्राप्त हुई है सम्बंधित अधिकारियों से बात करने के बाद कुछ बता सकता हूं अगर फेक्ट्री एरिया में दुकान चल रही है तो कार्यवाही की जायगी
सीएस धुर्वे
प्रबंधक औधोगिक कैन्द्र विकास निगम भोपाल
शासन ने शराब नीति में परिवर्तन किए है अहाते पूर्ण रूप से बंद है इस शराब दुकान को में दिखवाता हूं
अरविंद कुमार दुबे
कलेक्टर रायसेन
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