उत्तर प्रदेश के कानपुर में पुलिस ने रोक के बाद भी ईद के दिन सड़क पर नमाज पढ़ने के मामले में गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। इसमें ईदगाह कमेटी के सदस्य और नमाजियों को आरोपी बनाया गया है। वहीं, एफआईआर दर्ज होने के बाद से मुस्लिम समुदाय में आक्रोश है। रमजान माह के 30 लोगों के बाद मुस्लिम समुदाय ईद की नमाज ईदगाह पर अदा करता है कानपुर में ईदगाह में जगह कम होने के कारण नमाजियों ने ईद की नमाज ईदगाह के बाहर अदा की थी जिस पर पुलिस प्रशासन ने सख्त कार्रवाई करते हुए 17 सौ लोगों पर सख्त धाराओं में एफआईआर दर्ज की है एफ आई आर दर्ज होने पर मुस्लिम समुदाय ने आक्रोश व्यक्त किया है ।
एक धर्म को किया जा रहा टारगेट:
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा है कि जहां ईद की नमाज सड़कों पर हुई वहां ईदगाह बहुत छोटी थी जिस वजह से नमाजियों ने ईद की नमाज ईदगाह के बाहर ही अदा की पर उत्तर प्रदेश में सिर्फ एक धर्म को टारगेट किया जा रहा है जिस वजह से संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही है संविधान भी सभी धर्मों के लोगों को अपने धर्म के प्रति आस्था की आजादी दी गई है।
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