बेहद सराहा गया नाटक नागमण्डल,कला सेतु संस्था का आयोजन

 



पीजी.कॉलेज के ऑडिटोरियम में स्थानीय कला सेतु संस्था द्वारा पद्मश्री,पद्मविभूषण से विभूषित नाटककार की सुप्रसिद्ध नाटक नागमंडल का सफल मंचन किया गया।यह प्रस्तुति जिले के कला, साहित्य,संस्कृति के प्रेरक हस्ताक्षर,प्रख्यात साहित्यकार टी. आर.नेमा को उनके 90वें जन्मदिवस पर समर्पित की गई।कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्व विधान सभा अध्यक्ष एन.पी.प्रजापति,पूर्व विधायक सुनील जायसवाल,नगर पालिका अध्यक्ष नीरज महाराज,पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष महंत प्रीतमपुरी,पीजी कॉलेज प्राचार्य डॉ ममता शर्मा द्वारा दीप प्रज्जवलन द्वारा किया गया गया।

सामाजिक विद्रूपताओं और स्त्री-पुरुष संबंधों के बीच द्वंद को उकेरता यह नाटक दक्षिण भारत में प्रचलित इच्छाधारी नाग की कहानी पर आधारित एक लोककथा पर बुना गया है।डॉ. स्वाती चाँदोरकर एवं अजय तुलसी नेमा के सशक्त नाट्य निर्देशन से संजे इस नाटक की मुख्य पात्रों में अप्पना,नागप्पा की दोहरी भूमिका में प्रिंसराज मुडिय़ा,रानी की भूमिका में अंजली साहू ,के साथ अंधी माँ ( डॉ. स्वाति चाँदोरकर) कप्पना एवं पंच ( अनूप सेन) के साथ ही नागराज (संजय लुरेले ) नाटक के  सूत्रधार,सरपंच ( हिमांशु बालानी ) एवं पंच (रजत जैन) के अभिनय को व्यापक सराहना मिली है।नाटक में कथानक को उकेरता एक आधार गीत नाटक के अंतरंग भावों को जागृत करते हुए बहुत लोकप्रिय हुआ है,जिसके गीतकार,साहित्यकार अजय तुलसी नेमा हैं।जो अनामिका साहू एवं अंजली सोनी ने अपने भाव प्रवण नृत्य से और भी आकर्षक बन गया है।नाटक का मनमोहक संगीत,प्रिंस राज मुडिय़ा,कोरियोग्राफर संजय लुरेले,मेकअप,सेट साज सज्जा जागेश्वर प्रजापति और नयनाभिराम ध्वनि एवं प्रकाश संयोजन मीडिया पार्टनर विक्रांत मिश्रा द्वारा की गई थी।  पी.जी.कॉलेज के खचाखच भरे प्रबुद्ध दर्शकों के बीच नागमण्डल की इस ख़ुबसूरत मंचन को नरसिंहपुर में एक लम्बे समय तक याद रखा जाएगा।

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