गुजरात को सौगातें गुजरात को विकास का बूस्टर डोज

 


शासन के निर्वाचित मुखिया के तौर पर 7 अक्टूबर को 21 वर्ष पूरे करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह यात्रा इसी दिन 2001 में गुजरात से शुरू हुई थी। तब मुख्यमंत्री के तौर पर उनके सामने भूकंप से कराह रहे राज्य में पुनर्वास की चुनौती थी। पेयजल और सिंचाई के लिए पानीसूखाबिजली जैसी तमाम समस्याएं सामने थीं। तब उन्होंने न सिर्फ इन चुनौतियों का डटकर सामना किया बल्कि मुख्यमंत्री के तौर पर अपने करीब साढ़े बारह वर्षों के कार्यकाल में गुजरात के विकास को एक मॉडल के रूप में उभार कर सामने लाए। प्रधानमंत्री के तौर पर देश की कमान संभालते ही पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने इसी विजन के साथ  देश को आगे बढ़ाने का काम किया तो साथ हीअपने गृह राज्य गुजरात को भी उन्होंने हर दौरे पर विकास परियोजनाओं की सौगातें देने का काम किया है। 9-11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर गुजरात के 4 जिलों में 14 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के विकास कार्यों की दी सौगात…...

 

 

केवल 10 दिन के भीतर दूसरे गुजरात दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेहसाणा के मोढेरा गांव को 24x7 यानी पूरी तरह सौर ऊर्जा से संचालित गांव घोषित किया तो 3900 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया। मोढेरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस सपने का हिस्सा हैजिसके तहत उन्होंने 2011 में पूरी तरह सौर ऊर्जा पर आधारित गांव का सपना देखा था। तब उन्होंने कहा था, “पावर स्टेशन से गांव तक बिजली ले जाने में इंफ्रास्ट्रक्चर का खर्चा होता हैमेन्टेनेंस का खर्चा होता है। मान लीजिए उसी गांव में सोलर पावर प्लांट डाल दियाउस गांव की जरूरत के लिए तो एक हिसाब लगाना चाहिए कि कौन सा कम खर्चे वाला है। मेरा अहमदाबादी माइंड कहता है कि गांव में सोलर प्लांट सस्ते में हो जाएगा।”

11 वर्ष बाद अपने इसी विजन को साकार कर उन्होंने मोढेरा को भारत का पहला 24x7 सौर ऊर्जा संचालित गांव घोषित करते हुए कहा, “अब दुनिया में सौर ऊर्जा की जब भी चर्चा होगी मोढेरा उसमें शामिल होगा।” इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने अहमदाबाद-मेहसाणा गेज परिवर्तन परियोजना के साबरमती-जगुदान खंड का गेज परिवर्तन और मोढेरा में सूर्य मंदिर में प्रोजेक्शन मैपिंग सहित 10 परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित कीं तो वहीं, 6 नई परियोजनाओं की नींव भी रखी। उन्होंने मोढेरा के मोधेश्वरी के माता मंदिर में पूजा-अर्चना करने के साथ यहां के सूर्य मंदिर का दौरा भी किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 अक्टूबर को शैक्षणिक संकुल के पहले चरण का उद्घाटन कियाजो जरूरतमंद छात्रों के लिए एक शैक्षिक परिसर है। यह परियोजना छात्रों के समग्र विकास के लिए सुविधाएं प्रदान करने में सहायता प्रदान करेगी। कौशल विकास पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने बच्चे की शिक्षा पूरी करने के दौरान आने वाली कठिनाइयों के बारे में बात की और माता-पिता को उन्हें कौशल विकास के लिए तैयार करने की सलाह दी। उन्होंने कहा, “जब कौशल विकास होगाहुनर होगा तो उन्हें कभी पीछे मुड़कर देखना नहीं पड़ेगा। समय बदल रहा हैडिग्री रखने वाले लोगों की तुलना में ज्यादा हुनरमंद लोगों को सशक्त करने की जरूरत है।”

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी दिन जामनगर में भी 1460 करोड़ रुपये से अधिक लागत की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। ये परियोजनाएं सिंचाईविद्युतजलापूर्ति और शहरी बुनियादी ढांचे से संबंधित हैं। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के विकास में पांच संकल्पों की व्याख्या की। उन्होंने कहा, “ विकास के पांच संकल्प से गुजरात ने अपने आपको मजबूत किया हैऔर पांच संकल्प हिमालय की ताकत की तरह आज गुजरात को आगे बढ़ा रहे है। ये संकल्प  हैं- जनशक्तिज्ञानशक्तिजलशक्तिऊर्जाशक्ति और रक्षाशक्ति। इन पांच संकल्पों के स्तंभ पर इस गुजरात की भव्य इमारत मजबूती के साथ नई ऊंचाईयां छू रही है।”

साथ ही 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री ने भरूच के आमोद में करीब 8000 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। कार्यक्रम में उन्होंने कन्हैया लाल माणिकलाल मुंशी और भारतीय संगीत के महान संगीतकार पं. ओंकारनाथ ठाकुर को स्मरण करते हुए भारत की ऐतिहासिक यात्रा में भरूच के योगदान का जिक्र किया।  प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “गुजरात और भारत के विकास में भरूच की महत्वपूर्ण भूमिका है। जब भी हम भारत के इतिहास को पढ़ते हैं और भविष्य के बारे में बात करते हैंभरूच की हमेशा गर्व के साथ चर्चा की जाती है।” प्रधानमंत्री ने भरूच जिले की उभरती महानगरीय प्रकृति का भी उल्लेख किया। भरूच को रसायन क्षेत्र से संबंधित कई परियोजनाओं के साथ पहला ‘बल्क ड्रग पार्क’ प्रदान किया गया है और कनेक्टिविटी से जुड़ी दो बड़ी परियोजनाओं की भी शुरुआत की गई। इसमें अंकलेश्वर में भरूच हवाई अड्डे का शिलान्यास भी शामिल है ताकि भरूच के लोगों को बड़ौदा या सूरत पर निर्भर न रहना पड़े।

वहीं प्रधानमंत्री ने सिविल अस्पताल असरवाअहमदाबाद में लगभग 1,275 करोड़ रुपये लागत की विभिन्न स्वास्थ्य देखभाल से जुड़ी सुविधाओं का लोकार्पण किया और आधारशिला रखी। इन परियोजनाओं में यूएन मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर में हृदय देखभाल के लिए नई एवं बेहतर सुविधाओं के साथ ही गुजरात कैंसर और अनुसंधान संस्थान के नये भवन का लोकार्पण भी शामिल है। यहां प्रधानमंत्री ने गरीब मरीजों के परिवारों को आवास सुविधा प्रदान करने वाले आश्रय गृह की आधारशिला भी रखी। उन्होंने कहा, “अगर सरकार का दिल और इरादा लोगों की समस्याओं के प्रति चिंता से नहीं भरा हैतो उपयुक्त स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे का निर्माण संभव नहीं है। जब सरकार संवेदनशील होती हैतो सबसे बड़ा लाभ समाज के कमजोर तबके को होता हैमाताओं-बहनों को होता है।” साथ ही उन्होंने कहा, “गुजरात में काम और उपलब्धियां इतनी ज्यादा हैं कि उन्हें कई बार गिनना भी मुश्किल होता है।” n

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