गाडरवारा एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर की निष्पक्ष जाँच की मांग
गाडरवारा।शहर के समीपस्थ ग्राम कौड़िया में राजस्व निरीक्षक अधिकारी एवं पटवारी के द्वारा शासकीय भूमि पर किये गए नाम को लेकर राजस्व न्यायालय तहसीलदार बोहनी व्रत से अतिक्रमण किये हुए कुछ लोगो को नोटिस दिया गया,नोटिस प्राप्त होने पर लोगो को प्रतीत हुआ कि भेद भाव तरीक़े से सीमांकन किया गया हैं जिसके लिए लोगो ने अनुविभागीय अधिकारी गाडरवारा के समझ जाँच के लिए गुहार लगाई जिन लोगो को नोटिस प्राप्त हुआ हैं उन लोगो द्वारा बताया गया कि कुछ दिन पूर्व मौजा कौड़िया में खसरा नम्बर 37/2. 37/3 .35 जो कि शासकीय मद में दर्ज हैं का सीमांकन किया गया उपरोक्त खसरों का रकबा जिन लोगो को नोटिस मिला है उनके अतिक्रमण से भी ज्यादा है जिस पर लगभग 15 से 20 लोग काबिज हैं परंतु नोटिस सिर्फ उन लोगो को दिया गया हैं जो गरीब तबके के लोग है बाकी जो अबैध कब्जाधारी और दबंग लोग है,उनको नोटिस नही दिया गया जबकि जिन लोगो को नोटिस दिया गया हैं,उनमें से दो लोग रजक जाती के हैं,जिनको जातीय निस्तार हेतु उपयोग किया जा रहा हैं।रजक समाज के लोगों का कहना है कि उक्त भूमि हमको मालगुजारी शासन से प्राप्त है जिस पर हम पूर्वजों से निरंतर कपड़ा धोने का कार्य करते आ रहे हैं,जिस पर हमारा कोई भी अवैध रूप से मकान निर्माण नहीं है। रजक समाज सिर्फ उक्त भूमि को कपड़ा धोने के लिए उपयोग करते हैं,जिस भूमि पर रजक समाज वह भूमि बंधन की भूमि के नाम से जानी जाती है जहाँ पर अप्रैल-मई माह में भी महज 4 फीट की खुदाई पर जल प्राप्त प्राप्त होता है जो सिर्फ और सिर्फ कपड़े धोने के उपयोग की लिए करते हैं। जिस पर स्थानीय रजक समाज द्वारा संवैधानिक तरीके से वैधानिक हक पाने के लिए उच्च न्यायालय जबलपुर में प्रकरण विचाराधीन है,यह सब जानकारी राजस्व निरीक्षण अधिकारी एवं पटवारी महोदय को ज्ञात करवाई गई थी परंतु उसके उपरांत भी रजक समाज को नोटिस दिया गया,जिसकी जाँच के लिए रजक समाज ने अनुविभागीय अधिकारी गाडरवारा को ज्ञापन दिया है।
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