आँखो में आँसू लिए 6 बच्चों के साथ सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रहा परिवार

 


पढ़ाई में अव्वल बेटियां लेकिन पिता की हत्या के बाद,आर्थिक मदद पाने भटक रहा परिवार 

गाडरवारा।आज हम जो खबर आपको बतलाने जा रहे है,वह आपके रोंगटे खड़े कर देगी।यह कहानी एक ऐंसी बेबस माँ की है,जिसकी पाँच बेटियां एक बेटा है।पाँचो बेटियां पढ़ाई में अव्वल है,एक बड़ी बेटी जिसका नाम दीक्षा वर्मा है जिसने फिलहाल बीएससी फाइनल में फस्ट रैंक हासिल की है,दूसरी बेटी आईटीआई कर चुकी है,तीसरी बेटी अभी कॉलेज में अध्ययनरत है।ये परिवार गाडरवारा के नजदीकी गाँव आमगांव में निवासरत है,जो कि साईंखेड़ा ब्लॉक के अंतर्गत आता है। बात 23 जून की है जब पंचायत चुनाव थे,इनके पिता सुरेश वर्मा उर्फ नीखरा एक प्राइवेट ड्राइवरी का काम करते थे।परिवार के बताए अनुसार जो 23 जून को अपने गाँव के कुछ लोगों जो हरदा में रहते थे,जिनको वोट डालने के लिए हरदा अपनी फोर  व्हील गाड़ी से लेने गए हुए थे,लेकिन जब वह घर वापिस नही लौटे तो परिवार ने उनकी गुमशुदगी की सूचना पुलिस को दी पुलिस जाँच शुरू हुई,तो हत्या की जानकारी सामने आई,जाँच में पता चला कि वहाँ के स्थानीय लोगों ने उसकी हत्या कर दी थी,जिस पर विभिन्न धाराओं में तहत मामला पंजीबद्ध हो चुका है।लेकिन इतनी कम उम्र में जहाँ परिवार में पाँच बेटियां ओर सबसे छोटे बेटे के होने के कारण परिवार की सम्पूर्ण जिम्मेदारी उस बेबस माँ पर आ गई है,जो अब अपने परिवार की गुजर बसर के लिए आर्थिक मदद पाने दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है। 

 

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