शासकीय शालाओं में कक्षा 9 वीं से 12 वीं तक में अध्ययनरत विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के चिकित्सा परीक्षण के लिए जिले में विकासखंड स्तर पर 25 नवम्बर से दो दिसम्बर तक शिविर लगाये जायेंगे।ये शिविर शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय चांवरपाठा में 25 नवम्बर को,शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय चीचली में 26 नवम्बर को, शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय गोटेगांव में 28 नवम्बर को,शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय करेली में 29 नवम्बर को,शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय नरसिंहपुर में 30 नवम्बर को और शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय सांईखेड़ा में दो दिसम्बर को पूर्वान्ह 11 बजे से अपरान्ह 3 बजे तक लगाये जायेंगे।यह निर्णय कलेक्टर सुश्री ऋजु बाफना की अध्यक्षता में सम्पन्न जिला स्तर समिति की बैठक में लिया गया।
बैठक में कलेक्टर ने निर्देशित किया कि संबंधित विकासखंड शिक्षा अधिकारी शिविर आयोजन के नोडल अधिकारी और शिविर आयोजन वाले शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय के प्राचार्य सहायक नोडल अधिकारी होंगे, जो शिविर स्थल की सभी व्यवस्थायें सुनिश्चित करेंगे।उन्होंने शिविर के लिए चाय,नाश्ता,भोजन,शुद्ध पेयजल समेत सभी व्यवस्थायें सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।उन्होंने कहा कि विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के साथ आने वाले अभिभावकों का भी ध्यान रखा जाये। सीएमएचओ इन शिविरों में चिकित्सा परीक्षण के लिए आवश्यक चिकित्सकों की व्यवस्था करेंगे।साथ ही निःशक्तता प्रमाण पत्र शिविर स्थल पर ही प्रदान करने की व्यवस्था की जाएगी और नवीनीकरण भी किया जायेगा। चिकित्सा परीक्षण में यदि ऐसे विद्यार्थी चिन्हित किये जाते हैं,जिनकी शल्य चिकित्सा कर उपचार किया जाना है,उन्हें एक निश्चित तिथि दी जाये।सीएमएचओ ऐसे बच्चों का शिविर स्थल पर पंजीयन कराकर आगे की चिकित्सा व्यवस्था करायेंगे।
कलेक्टर ने निर्देश दिये कि उप संचालक सामाजिक न्याय का दायित्व होगा कि उपकरण की आवश्यकता वाले चिन्हित बच्चों की जानकारी प्राप्त कर प्रस्तुत करेंगे।सभी हाई एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों के प्राचार्य अपनी शाला में अध्ययनरत सीडब्ल्यूएसएन बच्चों को एक शिक्षक के साथ शिविर में अनिवार्यतः उपस्थित कराना सुनिश्चित करेंगे।बच्चों के पालक साथ में आ सकेंगे।शाला त्यागी/शाला अप्रवेशी बच्चों को भी शामिल किया जा सकेगा।प्राचार्य डाइट प्रत्येक शिविर की मॉनिटरिंग करायेंगे।महिला एवं बाल विकास विभाग का विकासखंड स्तरीय अमला आवश्यक सहयोग करेगा।शिविर स्थल पर कोविड- 19 के तहत एसओपी का पालन किया जायेगा।शिविर में शामिल होने वाले सभी बच्चों का यूडी आईडी पोर्टल पर पंजीयन अनिवार्य रूप से कराना होगा,यदि किसी बच्चे का नहीं है, तो स्कूल में ही पंजीयन सुनिश्चित करायेंगे।शिविरों के प्रचार-प्रसार और अन्य व्यवस्थाओं के लिए भी कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया।
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