सब से पहली बात जयुस मिकसी में नहीं बनाना!सिल वटा पर बनाना है!दो तीन मुठी भर पतौं को सिल पर बारीक पीस कर महँदी की तरहा बारीक करना है! धिआन रहे की सिल पे पानी नहीं डालना ! बारीक करके कटोरी मे डाल कर फीर ऊसमे थोडा सा पानी मिलालें ताके इसको कपडे से छान सकें!इस तरहा जयुस तैयार हो जाअेगा अब इस को सुबाह शा़म 100+100 ml.की मात्रा में मरीज को खाली पेट पिलाना है ! शाम को खाली पेट का मतलव रात का खाना खाने से 1, 2 घँटा पैहले! और ये कम से कम 15,20 दिन पिला कर देखें !
अस के बाद इसी तरा 2,3 महीने पिलाते रहें !
उस के बाद शीशम के पत्तों को 6,7 पत्तों की मात्रा में हर रोज़ चवाना सुरु कर दें
यूनानी व आयुर्वेदिक पैथी अपनाइयें और स्वस्थ रहिये ।
👍👍👍👍👍👍दूसरे तमाम लोगों के फायदे के लिये शेयर जरूर करें शुकिॆया
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